
अजीत
बस्ती-यूपी ।। बस्ती के वाल्टरगंज थाना की कार्यशैली पर गंभीर सवाल । दस दिन बाद भी अपहृत नाबालिग बच्ची का सुराग नहीं, पीड़ित परिवार बेहाल।बस्ती जनपद के वाल्टरगंज थाना क्षेत्र से दस दिन पहले अगवा हुई नाबालिग बच्ची अब तक लापता, पुलिस की नाकामी उजागर। थाना प्रभारी उमाशंकर तिवारी के गैर-जिम्मेदाराना रवैये से आहत परिजनों का फूटा दर्द – “जीप नहीं है साहब के पास!” परिजनों का आरोप – “हम गुहार लगाते हैं, जवाब मिलता है – जनता जाए भाड़ में”।
थाना प्रभारी का ट्रांसफर आदेश महीनों पहले जारी, फिर भी अब तक कुर्सी पर जमे, बड़ा सवाल ? अपहृत बच्ची गरीब परिवार से, पुलिस के पास तलाश की न इच्छा, न संसाधन।सिर्फ उच्च अधिकारियों को जवाबदेही मानने वाले थाना प्रभारी, आम जनता की तकलीफों से बेपरवाह।
स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश – “जनता को इंसाफ मिलेगा या बस ठोकरें?” पीड़ित परिवार की हालत बद से बदतर, हर दरवाजा खटखटा चुके लेकिन बच्ची का कोई सुराग नहीं। थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप – “हर मामले में अपना फायदा देखते हैं, चाहे हित हो या अहित”।
अब सवाल बड़ा – क्या होगी कार्रवाई? कब जागेगी पुलिस व्यवस्था? और कब लौटेगी मासूम बच्ची?